मेघ समाज को एक सूत्र मैं पिरोने के लिए भगत महासभा दूआरा भगत नेटवर्क चलाया जा रहा है !इस में भगत एस एम् एस नेटवर्क के इलावा भगत ईमेल नेटवर्क चलाया जा रहा है !सभी मेघ भाइयों से अपील है की भगत नेटवर्क का मेम्बर बनिए तां की हम अपने समाज की सभी सूचनाएं घर घर तक पहुंचा सकें !

सतपाल मावलिया की मेघ समाज के लिए ख़ूबसूरत पंक्तियां। ज़रूर पढ़ें।

Friday, September 23, 2016

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भगत महासभा ने बजा दिया है
बिगुल जीत का आज,
चहुँ दिशाऐं गूँज रही है
मेघों की आवाज़।

जाग उठे जो सोए हुए थे
अज्ञान की नींद।
अपनी शक्ति को पहचाना
बने ज्ञान के मीत।
करते रहे हैं,अब भी करेंगे
हम दुनिया पे राज
चहुँ दिशाऐं गूँज रही है
मेघों की आवाज़।

भगत महासभा ने देखो
कैसे कर दिए काम।
कुल दुनिया में चमक रहा है
अब मेघों का नाम।
इसी वजह से अपना सब का
हुआ अलग अंदाज ।
चहुँ दिशाऐं गूँज रही है
मेघों की आवाज़।

संत कबीर के हम हैं सेवक
हम उनके अनुयायी ।
विश्व भर में यही पताका
है हमने फहराई।
अपनी राह की हर बाधा को
कर देंगे बर्बाद ।
चहुँ दिशाऐं गूँज रही है
मेघों की आवाज़।

दी पुरुखों ने हमें नसीहत
आगे बढ़ते जाओ।
आन,बान ओर विद्या को सब
हासिल करते जाओ।
हो संगठित करके मेहनत
राखो सर पे ताज।
चहुँ दिशाऐं गूँज रही है
मेघों की आवाज़।

सतपाल मवालिया
अमृतसर

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